जीवन बीमा कैसे खरीदें How to Buy Life insurance? अक्सर लोगों को यह पता नहीं होता कि जीवन बीमा कैसे खरीदें How to Buy Life insurance? क्या मुझे जीवन बीमा लेना चाहिये Do I need Life Insurance? और यदि लेना चाहिए तो कौन सा बीमा लेना चाहिए और कितना बीमा लेना चाहिए? बीमा लेने से पहले इस सब सवालों पर गहराई से विचार होना चाहिए कि मुझे जीवन बीमा लेना चाहिए या नहीं? यदि लेना चाहिए तो कितना जीवन बीमा लेना चाहिए यानी लाइफ कवर कितना होना चाहिए? कैसा प्लान लेना चाहिए? किस कंपनी का जीवन बीमा लेना चाहिए? जीवन बीमा किस से लेना चाहिए? बीमा लेने से पहले किन किन पहलुओं की जांच करनी चाहिए?
अक्सर लोग जीवन बीमा दो वजह से लेते हैं. पहली वजह यह है कि जब उनका कोई पडोसी, रिश्तेदार, ऑफिस का सहयोगी या एनी कोई जान पहचान का व्यक्ति जीवन बीमा की एजेंसी ले लेता है तो उसे मना नहीं कर सकते इसलिए जीवन बीमा ले लेते हैं. दूसरी वजह ऑफिस में जब सैलरी में से टीडीएस कटने लगता है तो आनन फानन में जीवन बीमा खरीद लिया जाता है. जीवन बीमा खरीदने के यह दोनों कारण या तरीके गलत हैं. तो क्या करना चाहिए? जीवन बीमा से जुड़े आपके इन सवालों का हम यहाँ जवाब देने की कोशिश करते हैं.
क्या मुझे जीवन बीमा लेना चाहिये Do I need Life Insurance? जीवन की भाग दौड़ में जब हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए व्यस्त हैं तो एक ज़रा सी दुर्घटना हमारे परिवार के सपनों पर पानी फेर सकती है. ऐसे में जीवन बीमा ही उन सपनों को पूरा करने में काम आता है. मगर उस समय जब हम रिटायर्ड हो जाते हैं, परिवार की जिम्मेदारियां समाप्त हो जातीं है, सभी परिवार के सदस्य स्वतंत्र रूप से कमाने लगते हैं उस समय हो सकता है की हमें जीवन बीमा की उतनी आवश्यकता ना हो.
कौन सा बीमा लेना चाहिए? टर्म, मनीबेक, एंडोमेंट या यूलिप? इन सब के बारे में विस्तार से समझ कर ही अपनी आवश्यकता के अनुसार चुनाव करें. अलग अलग प्रकार के जीवन बीमा प्लान्स के बारे में जानने के लिए आप मेरा यह लेख पढ़ सकते हैं:
जीवन बीमा के प्रकार Types Of Life Insurance In Hindi
जीवन बीमा के प्रकार Types of life insurance in Hindi. जीवन बीमा के प्रकार कुछ तो बुनियादी हैं जिनके बारे में आज हम चर्चा कर रहे हैं, मगर जीवन बीमा कंपनियां अपनी कुछ बीमा पॉलिसियों में अलग फीचर मिला कर उन्हें अलग और अनूठा बनाने की कोशिश करती हैं. वास्तविक जानकारी के लिए आप अपने बीमा एजेंट से मिलें.
मुख्या रूप से जीवन बीमा के प्रकार हैं:
मुख्या रूप से जीवन बीमा के प्रकार हैं:
• टर्म इन्शोरंस Term Insurance
• एंडोमेंट प्लान Endowment Plan
• यूलिप ULIP Unit Linked Insurance Plans
• मनी बैक पालिसी Money Back Policy
• एंडोमेंट प्लान Endowment Plan
• यूलिप ULIP Unit Linked Insurance Plans
• मनी बैक पालिसी Money Back Policy
Types of life insurance in Hindi जीवन बीमा के प्रकार
टर्म इन्शोरंस Term Insurance : टर्म इन्शोरंस बेसिक और दूसरे जीवन बीमा प्लान्स के मुकाबले सस्ता इन्शोरंस होता है जिसमें केवल जीवन बीमा कवर दिया जाता है और इसमें दिए गए प्रीमियम या प्रीमियम का कोई भाग निवेश नहीं किया जाता. टर्म इन्शोरंस में एक निश्चित बीमा राशी (the sum assured) बीमा धारक की मृत्यु होने की दशा में लाभार्थी को दी जाती है और पालिसी की अवधी पूरी होने पर पालिसी होल्डर के जीवित होने की दिशा में कुछ भी भुगतान नहीं किया जाता है.
एंडोमेंट प्लान Endowment Plan : टर्म प्लान और एंडोमेंट प्लान में सब से बड़ा फर्क होता है मैच्योरिटी बेनिफिट. अर्थात पालिसी की अवधि समाप्त होने पर जब पालिसी मैच्योर होती है तो बीमा धारक को बीमा राशि के साथ बोनस जोड़ कर दिया जाता है. बोनस पालिसी अवधि में हर साल घोषित किया जाता है यदि स्कीम को लाभ प्राप्त होता है तो. आपके द्वारा दिए गए प्रीमियम में से बाकी खर्चे काट कर शेष राशि को निवेश किया जाता है. उसी से प्रॉफिट होने पर बोनस की घोषणा की जाती है. टर्म प्लान की तुलना में एंडोमेंट प्लान का प्रीमियम ज्यादा होता है.
यूलिप ULIP Unit Linked Insurance Plans : यूलिप ULIP बीमा और निवेश दोनों की जरूरतों को पूरा करता है. यूलिप ULIP में आपके द्वारा दिए गए प्रीमियम से बीमा और प्रबंधन के खर्चे और चार्ज काट कर बाकी पैसे निवेश किये जाते हैं. निवेश कैसे फण्ड में कितना करना है यह आप निर्धारित करते हैं.
आप डेब्ट या इक्विटी फण्ड में, अथवा अपने रिस्क को देखते हुए दोनों में मिला जुला निवेश कर सकते है. म्यूच्यूअल फण्ड की तरह यूलिप ULIP में निवेश यूनिट के NAV पर आधारित होता है. आप पालिसी अवधि के दौरान अपने निवेश को उसके प्रदर्शन के अनुसार जांच कर दुसरे फण्ड में ट्रान्सफर भी कर सकते हैं.
आप डेब्ट या इक्विटी फण्ड में, अथवा अपने रिस्क को देखते हुए दोनों में मिला जुला निवेश कर सकते है. म्यूच्यूअल फण्ड की तरह यूलिप ULIP में निवेश यूनिट के NAV पर आधारित होता है. आप पालिसी अवधि के दौरान अपने निवेश को उसके प्रदर्शन के अनुसार जांच कर दुसरे फण्ड में ट्रान्सफर भी कर सकते हैं.
मनी बैक पालिसी Money Back Policy : मनी बैक पालिसी Money Back Policy वास्तव में एंडोमेंट प्लान Endowment Plan का ही एक प्रकार है जिसमें बीमा राशि का एक निश्चित हिस्सा बीमा अवधि के दौरान एक निश्चित अवधि के अंतराल में बीमा धारक को अदा किया जाता है. अवधि के अंत में शेष बची बीमा राशि बोनस के साथ अदा कर दी जाते है.
यह थे Types of life insurance in Hindi जीवन बीमा के प्रकार. यहाँ मैंने साधारण हिंदी में इसे बताने की कोशिश की है.
जीवन बीमा किस से लेना चाहिए? यूं तो अधिकतर जीवन बीमा कम्पनियां आपको टर्म प्लान ऑनलाइन खरीदने की सुविधा देतीं हैं. एक प्रोफेशनल बीमा एजेंट आपको बेहतर सेवायें दे सकता है. अपना बीमा एजेंट कैसे चुनें इसके लिए आप मेरा यह लेख पढ़ सकते हैं:
Insurance Agent कैसा हो आपका बीमा एजेंट
Selecting Good Insurance Agent कैसा हो आपका बीमा एजेंट पिछली बार जब मैंने एक लेख लिख कर LIC के कुछ एजेंटों Agents द्वारा की जा रही बदमाशी के बारे में चेताया था तो वादा किया था कि आपको बताऊंगा कि किस तरह से अपना बीमा एजेंट Insurance Agent चुनें। आज आपको इसी के बारे में बताता हूं। ग्राहक और बीमा एजेंट का सम्बन्ध लम्बे समय तक चलता है. इसकी शुरुआत आपसी विश्वास से होनी चाहिए. किसी भी नये बीमा एजेंट के साथ कोई निवेश करने से पहले उसके बारे में निम्न बातों का पता लगायें :
1. क्या आप पड़ोस में रहते हैं? : यदि आपका एजेंट आपके क्षेत्र में ही कही रहता है तो आपको उस तक पहुंचने में आसानी होगी। एक बार उसके यहां जरूर हो कर आयें। आपको उसके बारे में सूचना प्राप्त करना आसान हो जायेगा। मगर उस ध्यान रखें कि आपको जरूरत होने पर ही प्लान लें, केवल पड़ोसी को खुश करने या पड़ोसी धर्म निभाने के लिये नहीं।
2. क्या वास्तव में आप यही काम करते हैं? : हैरान न हों। आप यह सवाल जरूर करें। अधिकतर बीमा एजेंट Insurance Agent मुख्य रूप से कोई और काम करते हैं। यह उनका पार्ट टाईम जॉब ही होता है। थोड़ा सा अतिरिक्त पैसा कमाने के लिये। याद रखें, जिस काम से उसके घर की रोटी नहीं चलती वह उसे पूरे प्रोफेशनल तरीके से नहीं कर पायेगा। उतना समय भी नहीं दे पायेगा। फुलटाईम प्रोफेशनल एजेंट से ही हमेशा डील करें।
3. कितने साल का अनुभव है?: इस काम में लोग ज्यादा देर तक नहीं टिकते। एकदम नये एजेंट जो एक साल से भी कम समय से इस प्रोफेशन में आये हों से बचें। आप उनसे उनके ग्राहकों के बारे में जानें तथा यह भी पता लगायें कि उसने कितने नये ग्राहक पिछले एक साल में बनाये। यदि वह काफी लम्बी अवधी से लगातार अच्छा काम कर रहा है तो वह इस व्यवसाय में लम्बे समय तक टिकेगा। याद रखें कि बी्मा प्लान की अवधी हमेशा बहुत लम्बी होती है। आपका एजेंट लम्बी अवधी का खिलाड़ी होना चाहिये।
4. आपके पास अपना ऑफिस है? : यदि उसके पास अपना ऑफिस तथा संपर्क के लिये लैंडलाइन नंबर है तो यह बेहतर है। हो सके तो एक बार उसके ऑफिस भी हो आयें।
5. आप किस ब्रांच के लिये काम करते हैं? : हो सके तो उसकी ब्रांच में होकर आयें तथा उसके सेल्स ऑफिसर/ डेवलपमेंट ऑफिसर से मिल कर आयें। पता करें कि कोई समस्या आने पर शिकायत कहां की जा सकती है।
6. आपने यही प्लान मेरे लिये क्यों चुना?: यह जानना बहुत जरूरी है। इस सवाल के जवाब से आप को अंदाजा हो जायेगा कि एजेंट कितना प्रोफेशनल है। ध्यान दें कि वह बीमा आपकी जरूरत के हिसाब से आपको दे रहा है या अपना कमीशन बनाने के लिये। यदि एक एजेंट एक ही योजना बता कर कहता है कि यह बहुत अच्छा प्लान है ले लीजिये तो इससे बचें। वहीं यदि एजेंट पहले आपके परिवार के बारे में सारी जानकारी लेकर आपकी आयू, आपकी भविष्य की जरूरतों तथा जिम्मेदरियों के अनुसार ही कोई प्लान का सुझाव देता है तो यह ज्यादा प्रोफेशनल रवैया होगा।
7. आपको इसमें कितना कमीशन मिलेगा? : पूछने से हिचकायें नहीं। हो सकता है कि वह छिपा जाये। यह भी हो सकता है कि फट से जवाब दे दे। इससे आपको अंदाज हो जायेगा कि वह केवल अपनी कमाई के लिये ही तो कोई प्लान आपके मत्थे नहीं मढ़ रहा।
8. प्लान का ब्रोशर कहां हैं?: “जी आज ही खत्म हो गया।” हो सकता है आपको यही जवाब मिले। ब्रोशर पूरी तरह पढ़े और समझे बिना कभी कोई प्लान न लें। यदि एजेंट आपको ब्रोशर नहीं देता तो हो सकता है वह उसमें आपसे कुछ छिपा रहा है। कंपनी की साईट पर जा कर प्लान के बारे में जानकारी हासिल करें।
अपना Insurance Agent कैसा हो अब आपको कुछ जानकारी मिल गयी होगी.
लाइफ कवर कितना होना चाहिए? : लाइफ कवर कितना होना चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी आय कितनी है, आपकी देनदारियां कितनी हैं और कितने परिवार के लोग आपकी आय पर निर्भर हैं. विशेषज्ञों की मानें तो आपकी सालाना आय का दस से पंद्रह गुना राशि का जीवन बीम कवर लेना चाहिए.
वैसे जीवन बीमा लेने से पहले हम कभी यह नहीं सोचते कि जीवन बीमा कैसे खरीदें How to Buy Life insurance? मगर यदि ऊपर लिखे पहलुओं की तरफ ध्यान देंगे तो बहुत सी समस्याओं से बच जायेंगे.
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