Tuesday, 13 December 2016

व्हाट्सएप्प हिंदी शायरी

मेरी हर खुशी हर बात तेरी है, 
सांसों में छुपी ये हयात तेरी हे
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिन 
धड़कनो की धडकती हर आवाज़ तेरी है…

हर सपना ख़ुशी पाने से पूरा नहीं होता 
कोई किसी के बिना अधूरा नहीं होता
जो चाँद रोशन करता है रात भर सब को 
हर रात वो भी तोह पूरा नहीं होता

रोने से किसी को कुछ हासिल नहीं होता 
जो बिछड़ जाये वह साथी नहीं होता
दूसरों की तो हम महफ़िल सजाते हैं 
पर हमारी तन्हाई में कोई शामिल नहीं होता

तुम दिल से हमें यूँ पुकारा ना करो 
यूँ तुम हमें इशारा ना करो
दूर हैं तुमसे यह मज़बूरी है हमारी 
तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया न करो

प्यार में मौत से डरता कौन है? 
प्यार हो जाता है करता कौन है?
हम तो कर दे प्यार में जान भी कुर्बान 
लेकिन पता तो चले की हम से प्यार करता कौन है?

दिल में है तस्वीर तेरी और आंसूं के रैले है
तुम्हे कैसे बताएँगे की तुम बिन कितने अकेले है

वक़्त गुज़रेगा हम बिखर जायेंगे, 
कौन जाने कि हम किधर जायेंगे…
हम आपकी परछाई हैं याद रखना, 
जहाँ तन्हाई मिली वहां हम नज़र आएंगे…

तन्हाई में मुस्कराना इश्क़ है, 
हर बात सबसे छुपाना इश्क है,
यु तो नींद भी नहीं आती रात भर, 
मगर आ जाये तो सोते सोते जाग जाना इश्क़ है.

किसी की यादों में खोना अच्छा नहीं लगता हमें 
किसी के लिए तनहा जीना अच्छा नहीं लगता हमें
हम तो काट चुके हैं बहुत पहले तनहा ज़िन्दगी 
अब फिर से किसी के लिए मरना अच्छा नहीं लगता हमें…

तुम दिल से हमें यूँ पुकारा ना करो, 
यूँ तुम हमें इशारा ना करो,
दूर हैं तुमसे ये मजबूरी है हमारी, 
तुम तन्हाइयों में यूं तड़पाया न करो…!!


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